2024-10-26
A भाप आटोक्लेव, जिसे अक्सर आटोक्लेव के रूप में जाना जाता है, एक उपकरण है जिसका उपयोग मुख्य रूप से नसबंदी के लिए किया जाता है। यहां इसके कार्य और संचालन का विस्तृत विवरण दिया गया है:
स्टीम आटोक्लेव का प्राथमिक उद्देश्य वस्तुओं को पर्याप्त अवधि के लिए उच्च दबाव वाली भाप के संपर्क में लाकर रोगाणुरहित करना है। यह प्रक्रिया बैक्टीरिया, वायरस और बीजाणुओं सहित सूक्ष्मजीवों को प्रभावी ढंग से मार देती है, जो गर्म पानी और डिटर्जेंट से धोने जैसी सामान्य सफाई विधियों से बच सकते हैं।
भाप का दबाव और तापमान: आटोक्लेव एक उच्च दबाव वाला वातावरण बनाता है, जो पानी के क्वथनांक को बढ़ाता है। आमतौर पर, आटोक्लेव में अतिरिक्त दबाव के तहत पानी अपने सामान्य क्वथनांक से लगभग 20°C अधिक गर्म हो जाता है। यह उच्च तापमान वाली भाप वस्तुओं को भेदने और कीटाणुरहित करने में अधिक प्रभावी है।
स्टरलाइज़ेशन प्रक्रिया: उच्च दबाव वाले भाप वातावरण को बनाए रखने के लिए आटोक्लेव को कसकर सील कर दिया जाता है। कीटाणुरहित की जाने वाली वस्तुओं को अंदर रखा जाता है, और आटोक्लेव को 135°C (275°F) तक के तापमान तक गर्म किया जाता है। फिर उच्च दबाव वाली भाप को एक विशिष्ट अवधि के लिए लगाया जाता है, जो आमतौर पर 15 से 60 मिनट तक होती है, जो भार और निष्फल की जाने वाली वस्तुओं के प्रकार पर निर्भर करती है।